हिजामा क्या हैं- Cupping therapy kya hai in hindi
हिजामह इलाज का एक तरिका है जिसके जरिये बदन से गन्दा खून जो उस बीमार बदन की
बिमारी की वजह है एक खास तरीके से व एक खास किस्म के इन्सटूमेन्ट से खींच कर
निकाल दिया जाता है। यह तरिका बीमारियों से निजात पाने के साथ साथ बीमारियों से
बचने के लिए भी किया जाता है
किन रोगों में उपयोगी है- Cupping therapy ke use kya hai in hindi
हिजामह से सभी बिमारियों का इलाज होता है जैसे सरदर्द, गर्दन का दर्द कमर,
दर्द साइटिका, जोड़ो का दर्द, लकवा, फालिज गाठिया, ब्लड प्रेशर, चमड़ी के रोग,
गुर्दे के रोग, कमजोरी, नामर्दी, मोटापा, दुबलापन, गंजापन इत्यादि
इसमे संक्रमन हो सकता है क्या- Kya hijama se infection ho sakta hai
नहीं, इसमे उपयोग होने cup डिस्पोजेबल होते हैं। अतः हर रोगी में नए व अलग
प्रयुक्त होते हैं, इससे इन्फेक्शन नहीं होता हैं। हिजामा के बाद एंटीसेप्टिक
क्रीम का उपयोग किया जाता है ।
हिजामा करने का तरीका - Hijama kaise karte hain in hindi
एक प्रकार की पारंपरिक चीनी चिकित्सा, कपिंग थेरेपी जिसे हिजामा भी कहा जाता
है, में त्वचा पर कुछ एक्यूपंक्चर बिंदुओं पर गिलास के कप के भीतर वैक्यूम बना
कर रखे जाते हैं। इसे त्वचा पर रखने से पहले कप के अंदर की हवा को गर्म करके
रखा जा सकता है।
(और पढ़ें - वजन घटाने के लिए एक्यूपंक्चर)
कप अक्सर शराब, जड़ी बूटियों या कागज का उपयोग करके आग से गरम किया जाता है जो
सीधे कप में रखा जाता है। आग के स्रोत को हटा कर गर्म कप खुले मुँह की तरफ से
सीधे आपकी त्वचा पर रखा जाता है। कुछ आधुनिक कपिंग थेरेपी विशेषज्ञों ने
पारंपरिक कप गर्म करने वाली विधि की जगह रबर पंप का उपयोग करना शुरू कर दिया
है।
जब आपकी त्वचा पर गर्म कप रखा जाता है, तो कप के अंदर की हवा ठंडा हो जाती है
और एक वैक्यूम बनाती है जो कप में त्वचा और मांसपेशियों को ऊपर खींचती है। आपकी
त्वचा लाल पड़ सकती है, क्योंकि रक्त वाहिकाएं उनपर पड़ने वाले दबाव में बदलाव का
जवाब देती हैं।
सूखी कपिंग थेरेपी में, कप एक निश्चित समय के लिए सेट किया जाता है, जो आमतौर
पर 5 से 10 मिनट के बीच होता है। गीली कपिंग थेरेपी में, चिकित्सक कप को हटा
देता है और मामूली खून निकालने के लिए एक छोटा सा चीरा लगाता है, इसमें कप
आमतौर पर केवल कुछ ही मिनटों के लिए रहता है।
आपको अपने पहले सत्र में 3-5 कप लग सकते हैं या आपका चिकित्सक यह देखने के लिए
कि यह कैसे काम कर रहा है, केवल एक कप लगा कर ट्राई कर सकता है। ब्रिटिश कपिंग
सोसाइटी के अनुसार, 5-7 से अधिक कप का उपयोग बहुत कम किया जाता है।
कप हटा दिए जाने के बाद, चिकित्सक पहले कप लगाए गए क्षेत्रों को मलम और
पट्टियों से कवर कर सकता है। यह संक्रमण को रोकने में मदद करता है। कोई भी चोट
या अन्य निशान आमतौर पर सत्र के 10 दिनों के भीतर चले जाते हैं।
कपिंग थेरेपी कभी-कभी एक्यूपंक्चर उपचार के साथ की जाती है, जिसमें चिकित्सक
पहले एक्यूपंक्चर सुइयों को बिंदु में चुभाता है और फिर उन पर कप रखता है।
सर्वोत्तम परिणामों के लिए, आप अपने कपिंग सत्र से 2 से 3 घंटे पहले केवल हल्का
भोजन खा सकते हैं।
हिजामह भारतीय चिकित्सा परिषद से प्रमाणिक व मान्य है
यह भारत सरकार के मिनिस्ट्री ऑफ हेल्थ एण्ड फैमेली वेल्फेयर के आभूष
विभाग व सेन्ट्रल कॉडन्सिल ऑफ इंडियन मेडिसिन से मान्यता प्राप्त है। BUMS और
BAMS डिग्री प्राप्त चिकित्सक इसे करने के पात्र है।
